डायबिटीज (Diabetes) सावधान, इन भारतीयों की जा सकती है आंखों की रोशनी, समय रहते हो जाएं सतर्क

डायबिटीज (Diabetes) के मरीजों की आंखों की रोशनी पर असर पड़ सकता है। डायबिटीज से प्रभावित होने वाले मरीजों को नियमित रूप से अपनी आंखों की जांच करवानी चाहिए। बीमारी बढ़ने से पहले इसे पहचाना बेहद आवश्यक है ताकि उपचार करने में समय से समय रहता हो।

Diabetes
Diabetes- www.trendingstatus.in

डायबिटीज (Diabetes) के मरीजों को आंखों के कुछ लक्षण नजर आते हैं जैसे कि आंखों में जलन, खुजली, धुंधली नजर आना, दूर तक देख नहीं पाना, नींद के समय असामान्य ब्लर या हाल्युसिनेशन आदि। डायबिटीज के मरीजों को आंखों की सुरक्षा के लिए उचित पॉलिसीज जैसे कि नियमित रूप से आंखों की जांच करवाना, सही खानपान अपनाना, व्यायाम करना और धूप से बचना आवश्यक होता है।

अगर आपको डायबिटीज है तो आपको अपने डॉक्टर की सलाह पर नियमित रूप से आंखों की जांच करवानी चाहिए। आपके डॉक्टर आपको सही जानकारी और उपचार प्रदान करेंगे जो आपकी आंखों की सुरक्षा के लिए आवश्यक होते हैं। डायबिटीज के मरीजों की आंखों की समस्याओं को देखते हुए उन्हें आंखों की जांच करवाने की सलाह दी जाती है जैसे कि रेटिना टेस्ट, ग्लूकोमा टेस्ट, आदि।

आपके डॉक्टर आपको आंखों की समस्याओं के लिए उचित उपचार भी बताएंगे। जैसे कि आपको अपने खान-पान में सावधानी बरतने की सलाह दी जाएगी और व्यायाम करने का भी सुझाव दिया जाएगा। अधिकतम एक्सरसाइज करने से आंखों की सेहत भी सुधरती है। आपके डॉक्टर आपको दवाओं के साथ-साथ आंखों के लिए विशेष आहार भी सलाह दे सकते हैं। इसलिए, अगर आपको डायबिटीज है तो आपको नियमित रूप से अपने डॉक्टर से जांच करवानी चाहिए और डॉक्टर के बताए उपचार का पालन करना चाहिए।

डायबिटीज (Diabetes) क्या है ?


डायबिटीज (Diabetes) एक ऐसी समस्या है जो आपके शरीर में इंसुलिन नामक हार्मोन के उत्पादन या इसके उपयोग में कमी के कारण उत्पन्न होती है। इससे आपके शरीर में उच्च मात्रा में ग्लूकोज नामक शर्करा हो जाता है जो कि आपके स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है।

डायबिटीज के दो प्रकार होते हैं:

  1. पहले प्रकार को टाइप 1 डायबिटीज कहते हैं, जिसमें शरीर इंसुलिन का उत्पादन करने में असमर्थ हो जाता है। इसका कारण आमतौर पर शरीर के अंतर्गत एक विशिष्ट त्वचा को नष्ट करने वाले तत्वों के विरुद्ध शरीर की रक्षा प्रणाली होती है।
  2. दूसरे प्रकार को टाइप 2 डायबिटीज कहते हैं, जो आमतौर पर बढ़ती उम्र और खुराक वाले खाद्य पदार्थों के सेवन के कारण होता है। इस प्रकार की डायबिटीज में, शरीर इंसुलिन का उत्पादन करने में समस्या नहीं होती है लेकिन इंसुलिन का उपयोग सही तरीके से नहीं किया जाता है जिससे शर्करा बढ़ जाता है।

मुख्य कारणों में विशेष रूप से शामिल हैं:

  • अधिक मात्रा में खुराक शक्कर युक्त भोजन खाने से
  • असंतुलित आहार और अधिक वसा युक्त भोजन खाने से
  • व्यायाम की कमी से
  • थकावट और तनाव से
  • गैर स्वस्थ वजन या मोटापा से
  • आमतौर पर बढ़ती उम्र से

यदि आपके परिवार में डायबिटीज से संबंधित कोई संदेह है या आप इस बीमारी से पीड़ित हैं, तो आपको इस बीमारी को संभालने के लिए अपने डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।

डायबिटीज (Diabetes) से कैसे बचे ?

डायबिटीज (Diabetes) से बचाव के लिए निम्नलिखित सुझाव दिए गए हैं:

  1. स्वस्थ खानपान: स्वस्थ आहार खाना जैसे कि खाद्य पदार्थों में शक्कर, चीनी और वसा की मात्रा को कम करना चाहिए। फल और सब्जियां अधिक मात्रा में खाएँ और बकरी के मांस जैसे वसा युक्त आहार को कम से कम खाएँ।
  2. व्यायाम: योग, वॉकिंग, रनिंग, साइकलिंग जैसे व्यायाम करना चाहिए। न्यूनतम रूप से 30 मिनट तक रोजाना व्यायाम करने से आपकी शरीर की खून की स्त्राव में सुधार होता है और शुगर के स्तर को नियंत्रित करता है।
  3. वजन नियंत्रण: अधिक वजन से बचें और सही वजन के लिए अपने डॉक्टर से सलाह लें। वजन नियंत्रण आपके शरीर में शुगर के स्तर को नियंत्रित करता है।
  4. रेगुलर मेडिकल चेकअप: अपनी सेहत का नियमित चेकअप करवाएँ। अगर आपको पहले से ही शुगर की समस्या हो तो अपने डॉक्टर के साथ उपचार करने के लिए मिलें और रेगुलर मेडिकल चेकअप करवाएं।

डायबिटीज (Diabetes) है इस का कैसे पता करे ?

डायबिटीज (Diabetes) के लक्षणों में शामिल हैं:

  1. थकान या कम ऊर्जा महसूस होना
  2. ज्यादा प्यास लगना या थकान न महसूस करना
  3. बार-बार मूत्र आना
  4. वजन कम होने के बावजूद भूख लगती हो
  5. आंखों में ब्लर या धुंधलापन
  6. चोटों के जल्दी ठीक न होना
  7. अधिक खुजली या सूखापन
  8. पेट की जलन या दर्द
  9. खुशबू और स्वाद के बदले को महसूस करना

यदि आपको इन लक्षणों में से कुछ भी महसूस होता है तो आपको एक डॉक्टर के पास जाकर अपनी जांच करवानी चाहिए। आपके डॉक्टर आपको अपनी रक्त शर्करा स्तर की जांच करने के लिए टेस्ट करवाएंगे। डायबिटीज वाले व्यक्तियों के लिए, रक्त शर्करा स्तर कम से कम हर तीन महीनों में जांचना चाहिए।

FAQs (Frequently Asked Questions)

डायबिटीज (Diabetes) क्या है ?

डायबिटीज (Diabetes) एक ऐसी समस्या है जो आपके शरीर में इंसुलिन नामक हार्मोन के उत्पादन या इसके उपयोग में कमी के कारण उत्पन्न होती है। इससे आपके शरीर में उच्च मात्रा में ग्लूकोज नामक शर्करा हो जाता है जो कि आपके स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है।

डायबिटीज (Diabetes) से कैसे बचे ?

स्वस्थ खानपान: स्वस्थ आहार खाना जैसे कि खाद्य पदार्थों में शक्कर, चीनी और वसा की मात्रा को कम करना चाहिए। फल और सब्जियां अधिक मात्रा में खाएँ और बकरी के मांस जैसे वसा युक्त आहार को कम से कम खाएँ।

डायबिटीज (Diabetes) है इस का कैसे पता करे ?

थकान या कम ऊर्जा महसूस होना
ज्यादा प्यास लगना या थकान न महसूस करना
बार-बार मूत्र आना
वजन कम होने के बावजूद भूख लगती हो
आंखों में ब्लर या धुंधलापन
चोटों के जल्दी ठीक न होना
अधिक खुजली या सूखापन
पेट की जलन या दर्द
खुशबू और स्वाद के बदले को महसूस करना

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *